विशाल स्मिथ और काल्पनिक दुनिया विशाल नाम के लड़के की कहानी है जो कि दस साल का है। जिसे अपने अतीत का कुछ भी मालूम नहीं है। वह प्रिंस कॉलोनी में रहता है। वह वहाँ निकोला की कैद में है जिसे वह अपनी माँ समझता है। प्रिंस कॉलोनी के कमरा नम्बर 10 की अजीब घटनाओं के बारे में पता करने के कारण वह बूढ़े रेनॉल्डस से मिलता है और रेनॉल्डस अपनी जादूई शक्तियों से निकोला से लड़कर विशाल को निकोला की कैद से आजाद कर लेता है। रेनॉल्डस विशाल को जादू सिखाने के लिए जादू के वॉलवर्डर स्कूल में छोड़ देता है। विशाल आजाद होकर कई लोगों से मिलता है। वहाँ उसके कई दोस्त बनते हैं। उन लोगो से विशाल को अपनी अतीत की जानकारियाँ मिलती हैं। अपने अतीत को जानने के लिए उसे बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। विशाल वॉलवर्डर स्कूल को अपने सबसे बड़े दुश्मन वोल्फरोल्ट द्वारा लगाए श्राप को मुक्त कराता है। यह करने के लिए उसे बुरे जादूगरों का सामना करना पड़ता हैं इसमें उसके दोस्त और सभी उसकी मदद करते हैं तथा वह अपने उददेश्य में सफल हो जाता है।
लेखक का परिचय
मेरा नाम शुभम सिंह है। मैं आगरा में किराये के मकान में अपने परिवार के साथ रहता हूँ और मथुरा में मेरा गॉव है। मेरे घर में मेरे पिता जी जो कि पुलिस में थे उनकी मृत्यु 2013 में एक रेल हादसे में हो गई, मेरी माँ गृहिणी एवं मेरे बड़े भाई पुलिस में है। मेरी तीन बड़ी बहनें हैं। जिनमें एक बहन की शादी हो गई है और दो बहन पढ़ाई कर रही हैं। मैंने अपनी सम्पूर्ण पढ़ाई आगरा से ही की है। मैं आगरा महाविद्यालय से B.Sc स्नातक स्तर की पढ़ाई कर चुका हूँ। मेरी उम्र 22 साल है। मैं बच्चो को टयूशन पढ़ाता हूँ। मुझे लेखन और गायन पसन्द है। मैंने दो साल गायन की भी पढ़ाई की है। मुझे कविताएँ लिखना पसन्द है। इसी से प्रभावित होकर मैंने ‘विशाल स्मिथ और काल्पनिक दुनिया’ नाम की किताब लिखी है इस किताब को लिखने में मुझे एक साल का वक्त लगा है।