अपने प्रकाशन के एक दशक से भी अधिक की अवधि में रमेश सिंह द्वारा लिखित भारतीय अर्थव्यवस्था हर वर्ष लोकप्रिय होती गयी है तथा वर्षों से देश के ‘सर्वाधिक बिकने वाली’ पुस्तकों में शामिल है। ढाई दशकों से भी अधिक के अनुभव-प्राप्त विषय विशेषज्ञ द्वारा लिखित एवं सर्वाधिक अनुशंसित पुस्तकों में शामिल, आज यह पाठकों का एक ‘अपरिहार्य साथी’ बन गया है। इस प्रसिद्ध पुस्तक में उन सभी अवधारणाओं एवं सिद्धांतों को शामिल किया है जिनके माध्यम से पाठकों में एक ‘मौलिक’ एवं ‘उपयोग-आधारित’ समझ विकसित हो सके-साथ ही इसके अभिशासन, राजव्यवस्था, कूटनीति, नीतिशास्त्र, तकनीक इत्यादि वास्तविक नीतिगत मुद्दे से सूक्ष्म संबंधों की अंतर-वैषयिक विश्लेषण प्रस्तुत किया गया-ताकि अर्थशास्त्र उनके लिए भी आसान हो सके, जो इस विषय की पुष्ठभूमि से नहीं आते।
प्रमुख विशेषताऐं:
1) संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षाओं के समग्र पाठ्यक्रम की प्रस्तुति
2) मौलिक-से-उच्च समझ विकसित करने के प्रति केन्द्रित एवं अंतर-वैषयिक विवेचना
3) कृषि से लेकर बाह्य - सभी क्षेत्रों का पूर्ण संशोधन एवं अद्यतन जानकारियों सहित
4) ज्वलंत सामाजिक - आर्थिक मुद्दों की पुनर्संरचित एवं परीक्षोन्मुख प्रस्तुति
5) नीति निर्माण की मर्म माने जाने वाले विषयों - कराधान एवं बजटिंग की अति सरल प्रस्तुति
6)समसामयिक दृष्टिकोण - आर्थिक सर्वेक्षण 2020-21, संघीय बजट 2021-22, भारत 2021 तथा नीति आयोग के महत्वपूर्ण दस्तावेजों, इत्यादि पर आधारित
About Author :
रमेश सिंह दिल्ली स्कूल आफ इकोनामिक्स से शिक्षा-प्राप्त एक प्रसिद्ध शिक्षाविद् हैं जिन्हें छात्रों को सिविल सेवा एवं अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के मार्गदर्शन ढाई दशकों से भी अधिक का अनुभव प्राप्त है। इनकी गणना देश के सफलतम लेखकों में की जाती है जिन्होंने मैक्ग्रा-हिल के लिए अंग्रेजी एवं हिन्दी दोनों माध्यमों में अनेक लोकप्रिय प्रस्तुकों की रचना की है, यथा- इंडियन इकोनामी (मराठी में भी उपलब्ध), भारतीय अर्थव्यवस्था, आब्जेक्टिव इंडियन इकोनामी एंड सोशल डेवलपमेंट, थाउजेंड प्लस क्वेशचन्स आन जनरल साइंस तथा कंटेम्पररी एसेज। प्रकाशन विभाग (भारत सरकार) की प्रतिष्ठित पत्रिकाओं ‘योजना’ एवं ‘कुरुक्षेत्र’ के अतिरिक्त देश की विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में भी श्री सिंह के लेख प्रकाशित होते रहे हैं।उत्कृष्ट शिक्षण शैली एवं अर्थशास्त्र की जटिलतम् अवधारणाओं को आम बनाने की विलक्षण क्षमता के धनी श्री सिंह ने अर्थशास्त्र को उनके लिए भी समझने योग्य बनाया है जो इस पृष्ठभूमि से नहीं आते। वे अर्थशास्त्र पर विभिन्न परीक्षाओं के लिए कोर्स उपलब्ध कराने वाली दिल्ली स्थित संस्थान इकोमेडइजी के संस्थापक-निदेशक हैं। श्री सिंह दिल्ली में अन्यान्य शैक्षणिक एवं सामाजिक कार्यों में संलग्न हैं।.