Cart
Sign In

Sorry! Ehsas Ke Gunche is sold out.

Compare Products
Clear All
Let's Compare!

Ehsas Ke Gunche

This product has been sold out

We will let you know when in stock
notify me

Featured

Highlights

  • ISBN13:9789387856134
  • ISBN10:9387856135
  • Publisher:Prachi Digital Publication
  • Language:Hindi
  • Author:Anita Saini
  • Binding:Hardback
  • Pages:180
  • Edition:1
  • Edition Details:1
  • SUPC: SDL273141867

Description

जीवन मूल्यों के सतत आरोह-अवरोह, दोहरे मापदंड, समय की विद्रूपताएँ, प्रकृति के प्रति उदासीनता और समाज की दिखावटी सोच ने मेरे भीतर पनपती कविता को शब्दों का ताना-बाना बुनने के लिये भावभूमि तैयार की। कविता में लोक-संस्कृति, आँचलिकता के सांस्कृतिक आयाम, समसामयिक घटनाएँ, पर्यावरण के समक्ष उत्पन्न ख़तरे, जीवन-दर्शन, सौंदर्यबोध के साथ भावबोध, वैचारिक विमर्श को केन्द्र में रखते हुए संवेदना को समाहित कर कविता बनीं। जिसके फलस्वरूप मेरा पहला काव्य-संग्रह ‘एहसास के गुँचे’ सामाजिक सरोकारों के साथ-साथ प्रेम, जीवन-दर्शन, नारी-विमर्श, देशप्रेम और प्रकृति पर मेरे चिंतन के साथ आपके समक्ष प्रस्तुत है। आशा है संग्रह की कविताएं आपके मर्म को छूने का प्रयास करेगी। ‘एहसास के गुंचे’ काव्य-संग्रह आपके हाथों में सौंपते हुए मुझे अपार हर्ष की अनुभूति हो रही है।

Terms & Conditions

The images represent actual product though color of the image and product may slightly differ.

Quick links